पीवी सिंधु का बेहतरीन प्रदर्शन, क्वार्टर फाइनल में की एंट्री
बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने मैड्रिड स्पेन मास्टर्स में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए गुरुवार को यहां चीनी ताइपे की हुआंग यू-हसुन पर सीधे गेम में आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इस मुकाबले में पूरी तरह से सिंधू का दबदबा दिखा जिन्हें विश्व रैंकिंग में 63वें स्थान पर काबिज ताइवान की क्वालीफायर खिलाड़ी से कोई चुनौती नहीं मिली।
भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने मैड्रिड स्पेन मास्टर्स में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए गुरुवार को यहां चीनी ताइपे की हुआंग यू-हसुन पर सीधे गेम में आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इस मुकाबले में पूरी तरह से सिंधू का दबदबा दिखा जिन्हें विश्व रैंकिंग में 63वें स्थान पर काबिज ताइवान की क्वालीफायर खिलाड़ी से कोई चुनौती नहीं मिली।
पूर्व विश्व चैम्पियन सिंधू ने 36 मिनट तक चले मैच को 21-14, 21-12 से अपने नाम किया। पिछले सत्र की उपविजेता सिंधू के सामने अब थाईलैंड की छठी वरीयता प्राप्त सुपानिदा केटथोंग या जापान की नात्सुकी निदाइरा में से किसी एक की चुनौती होगी। सिंधू ने शुरुआती गेम में 3-0 की बढ़त बनायी लेकिन इसके बाद उन्होंने कुछ समय के लिए लय गंवा दी। वह लगातार शटल को नेट पर खेल रही थी जिससे उनकी बढ़त घट कर 7-6 हो गयी।भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि इसके बाद अपने खेल के स्तर को ऊंचा किया और प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की गलतियों का फायदा उठाते हुए अपनी बढ़त को 18-12 करने में सफल रही। सिंधू ने इसके बाद आठ गेम प्वाइंट हासिल किये और तीसरे प्रयास में उसे भुना कर पहला गेम जीत लिया। छोर बदलने के बाद भी यू-हसुन का संघर्ष जारी रही। उनके पास सिंधू के ताकतवर प्रहार का कोई जवाब नहीं था। ताइवान की यह खिलाड़ी बार-बार शटल को कोर्ट के बाहर खेल रही थी। उन्होंने ‘ड्रॉप शॉट’ और ‘प्लेस्मेंट’ का इस्तेमाल किया लेकिन स्मैश में कोई ताकत नहीं होने से सिंधू को परेशान नहीं कर सकीं।इस गेम में सिंधू ने आठ मैच प्वाइंट हासिल किये और यू-हसुन के शटल को नेट पर खेलने के साथ ही मुकाबला जीत लिया। पिछले दो सप्ताह में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप और स्विस ओपन में खिताब जीतने वाली शीर्ष वरीयता प्राप्त स्पेन की कैरोलिना मारिन के टूर्नामेंट से हटने के बाद सिंधू इस प्रतियोगिता में चैम्पियन बनने की मजबूत दावेदार हैं। सिंधू ने बीडब्ल्यूएफ टूर पर अपना पिछला खिताब 2022 सिंगापुर ओपन सुपर 500 में जीता था।
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विनेश और साक्षी की पीएम मोदी से अपील, बृजभूषण जैसे लोगों को बाहर करने का किया आग्रह
विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बृजभूषण शरण सिंह जैसे लोगों को खेलों से बाहर करने का आग्रह करते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को प्रशासनिक अधिकार सौंपने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कड़ी निंदा की।
महिला पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बृजभूषण शरण सिंह जैसे लोगों को खेलों से बाहर करने का आग्रह करते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को प्रशासनिक अधिकार सौंपने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की कड़ी निंदा की।
इन दोनों पहलवानों ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में कड़े शब्दों का उपयोग किया है और प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। यह दोनों उन प्रदर्शनकारी पहलवानों में शामिल थीं जिन्होंने बृजभूषण पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। अगले महीने 50 किग्रा भार वर्ग में ओलंपिक क्वालीफायर्स में भाग लेने की तैयारी में जुटी फोगाट ने पोस्ट किया,‘‘प्रधानमंत्री जी स्पिन मास्टर हैं, अपने प्रतिद्विंदियों के भाषणों का जवाब देने के लिए “महिला शक्ति” का नाम लेकर बात को घुमाना जानते हैं।
नरेंद्र मोदी जी, हम महिला शक्ति की असल सच्चाई भी जान लीजिए।’’ एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने आगे लिखा,‘‘महिला पहलवानों का शोषण करने वाला बृजभूषण फिर से कुश्ती पर काबिज हो गया है। उम्मीद है कि आप महिलाओं को बस ढाल बनाकर इस्तेमाल नहीं करेंगे, बल्कि देश की खेल संस्थाओं से ऐसे अत्याचारियों को बाहर करने के लिए भी कुछ करेंगे।’’ ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने भी कहा की कुश्ती महासंघ के पदाधिकारी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे वे कानून से ऊपर हैं।
साक्षी ने लिखा,‘‘इतिहास गवाह है (कि) इस देश की धरती पर सदियों से ताकतवर लोगों ने महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ किया है। …लेकिन संपन्न दुराचारी इतना ताकतवर है कि वो सरकार, संविधान और न्यायपालिका सबसे ऊपर है।’’ उन्होंने कहा,‘‘सरकार द्वारा कुश्ती संघ को निलंबित करने के बाद बृजभूषण व संजय सिंह लगातार ये बयान देते रहे कि ये निलंबन सिर्फ़ एक दिखावा है, कुछ दिन बाद हम बहाल हो जायेंगे और सदा के लिये हमारा ही कुश्ती संघ पर क़ब्ज़ा रहेगा। ’’
साक्षी ने कहा,‘‘ये बात सच साबित हुई और भारतीय ओलंपिक संघ के इस लेटर (पत्र) ने इस बात पर आधिकारिक रूप से मुहर लगाकर ये साबित कर दिया कि इस नये भारत में भी नारियों के अपमान की सदियों पुरानी परंपरा क़ायम रहेगी।’’ इन दोनों महिला पहलवान की यह कड़ी प्रतिक्रिया भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा देश में कुश्ती का संचालन करने वाली तदर्थ समिति को भंग करने और बृजभूषण के करीबी सहयोगी संजय सिंह के नेतृत्व में डब्ल्यूएफआई को बागडोर सौंपने के एक दिन बाद आई है।
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एमएस धोनी की सीएसके को चैंपियन बनाने वाला युवा स्टार हुआ बाहर, 'थाला' का दूसरा शेर हुआ चोटिल
नई दिल्ली। इंडियन सुपर लीग 2024 का रोमांच शुरू होने में कुछ ही दिन बचे है, लेकिन टूर्नामेंट से पहले चेन्नई सुपरकिंग्स की मुसीबतें बढ़ गई हैं। सीएसके को आईपीएल 2024 का उद्घाटन मैच 22 मार्च को चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ खेलना है।
खबर है कि युवा तेज गेंदबाज मथीश पथिराना हैमस्ट्रिंग चोट के कारण चार-पांच सप्ताह के लिए क्रिकेट एक्शन से दूर रहेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मथीश पथिराना को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में चोट लगी थी और वो अपना स्पेल बिना पूरा किए मैदान से बाहर चले गए थे। इसके बाद खबर है कि वो क्रिकेट एक्शन से चार-पांच सप्ताह दूर रहेंगे।
बता दें कि मथीश पथिराना ने सीएसके को आईपीएल 2023 चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। अपने स्लिंग एक्शन के कारण मशहूर युवा पथिराना ने पिछले साल 12 मैचों में सीएसके का प्रतिनिधित्व करके 19 विकेट झटके थे।
आईपीएल के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ''ग्रेड 1 हैमस्ट्रिंग चोट को ठीक होने में करीब दो सप्ताह का समय लग जाता है। तो यह देखना होगा कि पथिराना कब टीम से जुड़ेंगे। इस समय यह कहना मुश्किल है कि वो शुरुआती कुछ मैचों में उपलब्ध रहेंगे या नहीं।''
पांच बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स आगामी सीजन से पहले अपने चोटिल खिलाड़ियों से जूझ रही है। न्यूजीलैंड के ओपनर डेवोन कॉनवे को अंगूठे में चोट है, जिसके लिए उन्हें सर्जरी से गुजरना पड़ा। कॉनवे आईपीएल के पहले हाफ में क्रिकेट एक्शन से दूर रहेंगे। अब मथीश पथिराना के रूप में सीएसके का दूसरा खिलाड़ी चोटिल हुआ है।
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भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने रचा इतिहास, बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप 2024 में जीता Gold, पीएम मोदी ने दी बधाई
रविवार को भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने फाइनल में थाईलैंड को 3-2 से मात देकर इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप 2024 में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल अपने नाम किया। ये मुकाबला रविवार को मलेशिया के शाह आलम में खेला गया।
भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने फाइनल में थाईलैंड को 3-2 से मात देकर रविवार को इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप 2024 में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल अपने नाम किया। ये मुकाबला रविवार को मलेशिया के शाह आलम में खेला गया। वहीं इस दौरान अनमोल खरब एक बार फिर भारत के लिए तुरुप का इक्का साबित हुईं। 17 वर्षीय इस खिलाड़ी ने निर्णायक मुकाबले में अपने से ऊंची रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वी को हराकर भारत को रोमांचक जीत दिलाई।
साथ ही बता दें कि, महाद्वीपीय प्रतियोगिता के इतिहास में ये भारत का पहला खिताब था। पुरुष भारतीय बैडमिंटन टीम ने इससे पहले 2016 और 2020 में दो मेडल अपने नाम किए थे, लेकिन दोनों कांस्य पदक ही थे।
दो बार की ओलंपिक मेडल विजेता और दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 17वीं रैंकिंग वाली सुपानिडा काटेथोंग को 21-12, 21-12 से हराकर भारतीय खिताब की शानदार शुरुआत की।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अपने शुरुआती एकल मुकाबले में थाईलैंड की खिलाड़ी पर हावी रहीं और प्रतियोगिता को केवल 39 मिनट में ही खत्म कर दिया। इस तरह काटेथोंग के खिलाफ आठ मुकाबलों में ये सिंधु की पांचवीं जीत थी।
दूसरे राउंड में त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने एक बार फिर अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया।
दुनिया की 23वें नंबर की भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ने 10वीं रैंकिंग वाली जोंगकोलफान कितिथाराकुल और राविंडा प्राजोंगजाई को 21-16, 18-21, 21-16 से हराकर भारत को 2-0 की बढ़त दिलाई।
इसके साथ ही बैडमिंटन एशिया कप चैंपियनशिप 2024 ने पेरिस 2024 ओलंपिक के सफर के लिए रैंकिंग प्वाइंट हासिल किए हैं। जो आगामी ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के इच्छुक शटलरों के लिए अहम होंगे। वहीं इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने भारतीय महिला टीम को बधाई दी है। पीएम ने भारतीय महिला टीम की जीत को ऐतिहासिक उपलब्धि करार देते हुए कहा कि जिस तरह से हमारी नारी शक्ति विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है वह अभूतपूर्व है। मोदी ने एक्स पर लिखा, " एक ऐतिहासिक उपलब्धि, अविश्वसनीय भारतीय टीम को बधाई। जिन्होंने पहली बार बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में महिला टीम ट्ऱॉफी जीती है। उनकी सफलता भविष्य में कई खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।" पीएम ने आगे लिखा कि, हमारी नारी शक्ति जिस प्रकार विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है वह अभूतपूर्व है।
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जायसवाल के दोहरे शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 434 रनों से हराया, श्रृंखला में 2-1 से बढ़त बनाई
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जायसवाल के दोहरे शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 434 रनों से हराया, श्रृंखला में 2-1 से बढ़त बनाई
18 Feb 2024 [ स.ऊ.संवाददाता ] news portal lucknow
भारत की इससे पहले रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत 372 रन की थी जो उसने 2021 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ यह किसी भी टीम की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। भारतीय धरती पर रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत का भी रिकॉर्ड है।
सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक और रविंद्र जडेजा के पांच विकेट की मदद से भारत ने इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में रविवार को यहां मैच के चौथे दिन ही 434 रन से करारी शिकस्त देकर अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की और पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से बढ़त बनाई। इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति भारत के आगे नहीं चल पाई तथा 557 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए उसकी टीम 39.4 ओवर में 122 रन पर आउट हो गई। जडेजा ने 41 रन देकर पांच विकेट लिए। कुलदीप यादव ने दो जबकि जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने एक-एक विकेट लिया। भारत की इससे पहले रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत 372 रन की थी जो उसने 2021 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ यह किसी भी टीम की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। भारतीय धरती पर रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत का भी रिकॉर्ड है। विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट मैच में 209 रन बनाने वाले जायसवाल ने नाबाद 214 रन आकर्षक पारी खेली जिसकी मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 430 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने असंभव लक्ष्य रखा। भारत ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाकर इंग्लैंड को 319 रन पर आउट कर दिया था।
जायसवाल ने अपनी 236 गेंद की पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए। इस तरह से उन्होंने एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज जायसवाल ने सरफराज खान (नाबाद 68) के साथ पांचवें विकेट के लिए 172 रन की अटूट साझेदारी की। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे सरफराज ने मैच में लगातार दूसरा अर्धशतक जमाया। इससे पहले शुभमन गिल ने 91 रन की पारी खेली। इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहली पारी में शतक जड़ने बेन डकेट आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। डकेट ने दावा किया था कि भारत कितने भी रन बनाए इंग्लैंड की टीम उसे हासिल कर सकती है लेकिन वह केवल चार रन बनाकर रन आउट होकर पवेलियन लौट गए।
बुमराह ने चाय के विश्राम से ठीक पहले दूसरे सलामी बल्लेबाज जॉक क्राउली (11) को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड को एक और करारा झटका दिया। अश्विन को अपने परिवार में आपात चिकित्सा स्थिति के कारण टीम छोड़नी पड़ी थी, लेकिन उन्होंने चौथे दिन चाय के विश्राम के बाद मैदान पर वापसी की। रोहित शर्मा ने हालांकि दूसरे छोर से जडेजा को गेंद थमाई जिन्होंने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करने में देर नहीं लगाई। जडेजा ने ओली पोप (03) को स्लिप में रोहित के हाथों कैच कराया और फिर अगले ओवर में जॉनी बेयरस्टो (04) को पगबाधा आउट किया।
इससे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 28 रन हो गया। जब इंग्लैंड का स्कोर 50 रन था तब जो रूट (07) और कप्तान बेन स्टोक्स (15) भी पवेलियन लौट गए। रूट को जडेजा ने पगबाधा आउट करके अपना तीसरा विकेट लिया जबकि कुलदीप ने स्टोक्स को इसी तरह से आउट करके इंग्लैंड की रही सही उम्मीद पर भी पानी फेर दिया। कुलदीप ने रेहान अहमद (00) को इसी स्कोर पर लॉन्ग ऑन क्षेत्र में कैच करा कर इंग्लैंड का स्कोर 7 विकेट पर 50 रन कर दिया। बेन फॉक्स (16) और टॉम हार्टली (16) ने अगले 11 ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया। यह दोनों बल्लेबाज हालांकि तीन गेंद के अंदर पर पवेलियन में विराजमान हो गए। फॉक्स को जडेजा ने विकेटकीपर ध्रुव जुरैल के हाथों कैच कराया जबकि हार्टली को अश्विन ने बोल्ड किया।
मार्क वुड (33) ने 16 गेंद की अपनी पारी में 6 चौके और एक छक्का लगाकर हार का अंतर काम किया। जडेजा ने उन्हें जायसवाल के हाथों कैच कराकर अपना पांचवा विकेट लेने के साथ इंग्लैंड की परी का अंत किया। इससे पहले जायसवाल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उन्होंने अपनी पारी में 12 छक्के लगाकर भारत की तरफ से नया रिकॉर्ड बनाया तथा वसीम अकरम के 28 साल पहले बनाए गए विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने इस श्रृंखला में लगातार मैच में दोहरा शतक पूरा किया। इस 22 वर्षीय बल्लेबाज की पारी का आकर्षण 41 वर्षीय तेज गेंदबाज जेंट्स एंडरसन पर लगाए गए लगातार तीन छक्के थे।
जायसवाल और सरफराज ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और दूसरे सत्र में 16 ओवर में 116 रन जोड़े। बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर इंग्लैंड के स्पिनर जूझते हुए नजर आए। सरफराज ने 72 गेंद की अपनी पारी में 6 चौके और तीन छक्के लगाए। जायसवाल की पारी बेहद आकर्षक थी। उन्होंने भारत की तरफ से एक पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के नवजोत सिंह सिद्धू और मयंक अग्रवाल के आठ आठ छक्कों के रिकॉर्ड को तोड़ा। यही नहीं वह विनोद कांबली और विराट कोहली के बाद तीसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने लगातार मैच में दोहरे शतक जमाए। भारत ने सुबह दो विकेट पर 196 रन से आगे खेलना शुरू किया। गिल और कुलदीप यादव (27) ने एक घंटे तक इंग्लैंड को सफलता नहीं मिलने दी और चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच गलतफहमी के कारण गिल को अपना विकेट गंवाना पड़ा। कुलदीप ने हार्टली की गेंद को मिड ऑन की तरफ खेला और कुछ कदम तक रन लेने के लिए आगे बढ़े। बेन स्टोक्स ने हालांकि फुर्ती दिखाई और तुरंत ही गेंद को गेंदबाज की तरफ फेंका जिन्होंने गिल को रन आउट कर दिया। भारत के तीसरे नंबर के बल्लेबाज गिल ने अपनी पारी में 191 गेंद खेली तथा 9 चौके और दो छक्के लगाए। कुलदीप की 91 गेंद तक चली पारी का अंत रेहान अहमद ने किया, जिनकी गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में जो रूट के सुरक्षित हाथों में चली गई।
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वर्ल्ड रैंकिंग में भारतीय महिला हॉकी टीम फायदा, दुनियाभर में 8वें नंबर पर काबिज
एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम विश्व रैंकिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए छठे नंबर पर पहुंच गई। भारत अब इंग्लैंड से ऊपर 2368 . 83 रेटिंग अंक के साथ छठे स्थान पर है।
हांगझोउ एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम विश्व रैंकिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए छठे नंबर पर पहुंच गई। भारत अब इंग्लैंड से ऊपर 2368 . 83 रेटिंग अंक के साथ छठे स्थान पर है। भारतीय महिला टीम एशियाई खेलों से पहले आठवें स्थान पर थी।हांगझोउ में भारत ने कांस्य पदक जीता और रांची में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में अपराजेय रहते हुए खिताब हासिल किया। भारतीय टीम पिछले साल भी एफआईएच प्रो लीग के दौरान रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंची थी। नीदरलैंड रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज है जबकि आस्ट्रेलिया दूसरे और अर्जेंटीना तीसरे स्थान पर है।बेल्जियम चौथे और जर्मनी पांचवें स्थान पर है। भारतीय टीम रांची में 13 से 19 जनवरी तक एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर खेलेगी। इसमें उसका सामना जर्मनी, न्यूजीलैंड, जापान, चिली , अमेरिका, इटली और चेक गणराज्य से होगा।
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पैरा एशियाड एथलीट्स से मिले पीएम मोदी, कहा- 'अर्थव्यवस्था के बाद पदक तालिका में भी पांचवें नंबर पर पहुंचा भारत'
बुधवार को नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में पीएम मोदी ने पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीट्स से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पैरा एशियाई खेलों में भारत के प्रदर्शन को अभूतपूर्व बताया है।
पीएम मोदी आज पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीट्स से मिले। ये मुलाकात बुधवार को नई दिल्ली के मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में हुई। जहां एथलीट्स के लिए स्पेशल प्रोग्राम रखा गया था। इसमें पीएम मोदी के साथ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे। वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पैरा एशियाई खेलों में भारत के प्रदर्शन को अभूतपूर्व बताते हुए इसकी तुलना देश की अर्थव्यवस्था में आयेबदलाव से की और कहा कि देश पिछले नौ साल में अर्थव्यवस्था में दसवें से पांचवें नंबर पर पहुंचा और आपने भी पदक तालिका में देश को 15वें से पांचवें नंबर पर पहुंचा दिया।प्रधानमंत्री मोदी ने हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में रिकॉर्ड 111 पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों से कहा ,‘‘ आपके ये पदक दरअसल 140करोड़ सपने हैं। 2014में एशियाई पैरा खेलों में भारत के पदकों से यह तीन गुना अधिक है। 2014 में हम पदक तालिका में 15वें स्थान पर थे लेकिन इस बार शीर्ष पांच में हैं। देश पिछले नौ साल में अर्थव्यवस्था में दसवें से पांचवें नंबर पर पहुंचा और आपने भी पदक तालिका में पांचवें नंबर पर पहुंचा दिया।’’बता दें कि, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत विश्व अर्थव्यवस्था रैंकिंग में अमेरिका, चीन , जापान और जर्मनी के बाद पांचवें स्थान पर है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा ,‘‘मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देना चाहता हूं। आप लोग चीन में खेल रहे थे लेकिन मैं भी आपके साथ था। मैं हर पल आपकी हर गतिविधि को , आपके प्रयासों को , आपके आत्मविश्वास को यहां बैठे जी रहा था।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता देने के लिये प्रतिबद्ध है।प्रधानमंत्री ने कहा ,‘‘ पहले कहा जाता था कि खिलाड़ी सरकार के लिये है लेकिन अब कहा जाता है कि सरकार खिलाड़ियों के लिये है। जब सरकार खिलाड़ियों के संघर्ष और उनके सपनों को समझती है तो इसका सीधा प्रभाव सरकार की नीतियों और सोच में भी दिखता है। देश में अच्छे खिलाड़ी पहले भी थे लेकिन उनका सहयोग करने वाली नीतियां नहीं थी।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले नौ साल में देश उस पुरानी सोच और व्यवस्था से बाहर निकल आया है। आज देश में कई ऐसे खिलाड़ी है जिन पर चार पांच करोड़ खर्च किये जा रहे हैं। अब सरकार की सोच खिलाड़ियों पर केंद्रित है और आने वाले समय में आपके जैसे कई और विजेता देश को मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा ,‘‘हमारी सरकार आपके साथ है, देश आपके साथ है। अगर आप मरी पड़ी सोच से चलते हैं तो न दुनिया को चला सकते हैं और न ही कोई सिद्धी प्राप्त कर सकते हैं। हम दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था से पांच पर पहुंचे और डंके की चोट पर कहता हूं कि इसी दशक में तीन तक पहुंचेंगे।’’ उन्होंने आगे कहा ,‘‘यह देश 2047 में विकसित भारत बनेगा। अगर दिव्यांग जन सपने पूरे कर सकते हैं तो 140 करोड़ की ताकत यह सपना अधूरा रहने नहीं देगी।’’ उन्होंने विषमता पर विजय पाने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा ,‘‘ इन खेलों के लिये चुने गए सभी खिलाड़ियों में से कोई जीतकर आया तो कोई सीखकर आया, आपमे से कोई हारकर नहीं आया है। आप इतनी सारी चुनौतियों से जूझकर और मजबूत हो गए और ये आपके प्रदर्शन से हर देशवासी गौरवान्वित है।’’
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ITF Dharwad Men’s World Tennis Tour के फाइनल में रामनाथन बने चैंपियन, दिग्विजय को दी मात
आईटीएफ धारवाड़ पुरुष विश्व टेनिस टूर के फाइनल में रामकुमार रामनाथन तीसरी वरीयता प्राप्त हमवतन दिग्विजय प्रताप सिंह की कड़ी चुनौती से निपटकर चैम्पियन बने। चौथी वरीयता प्राप्त रामनाथन ने दिग्विजय को 7-6 (5), 7-6 (6) से मात दी। उन्हें चैम्पियन बनने पर 3600 अमेरिकी डॉलर का चेक और 20 एटीपी अंक का फायदा हुआ।
एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन रविवार को यहां आईटीएफ धारवाड़ पुरुष विश्व टेनिस टूर के फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त हमवतन दिग्विजय प्रताप सिंह की कड़ी चुनौती से निपटकर चैम्पियन बने। चौथी वरीयता प्राप्त रामनाथन ने दिग्विजय को 7-6 (5), 7-6 (6) से मात दी। उन्हें चैम्पियन बनने पर 3600 अमेरिकी डॉलर का चेक और 20 एटीपी अंक का फायदा हुआ।दिग्विजय को उपविजेता रहने पर 2120 अमेरिकी डॉलर और 12 एटीपी अंक मिले। यह पहली बार था जब ये दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे से भिड़ रहे थे और मुकाबला कड़ा रहा क्योंकि मैच के दौरान कोई सर्विस ब्रेक नहीं हुई। दूसरे टाई-ब्रेक में दिग्विजय ने 4-1 की बढ़त बना ली थी लेकिन रामनाथन उनकी गलतियों का फायदा उठाकर जीत दर्ज करने में सफल रहे।रामनाथन ने इस जीत के बाद कहा, ‘‘ मैं पिछले कुछ सप्ताह से अपने खेल को लेकर संघर्ष कर रहा था। इस जीत से मुझे भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए आत्मविश्वास मिलेगा।’’ कर्नाटक राज्य लॉन टेनिस संघ (केएसएलटीए) ने फाइनल के बाद हांग्झोउ एशियाई खेलों में पुरुष युगल में रजत पदक जीतने पर रामनाथन को सम्मानित किया और उन्हें एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
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Asian Games 2023: नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, एशियन गेम्स में भारत को दिलाया गोल्ड, किशोर जैना ने जीता सिल्वर
19वें एशियन गेम्स 2023 के जेवलिन स्पर्धा में भारतीय स्टार एथलीट ने कमाल कर दिया। जहां नीरज चोपड़ा ने गोल्ड तो किशोर कुमार जैना ने सिल्वर मेडल जीता।
भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा बुधवार को एशियन गेम्स 2023 में मैदान पर उतरे हैं। चीन के हांगझोऊ में जारी एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा ने पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। वहीं भारत के ही दूसरे एथलीट किशोर कुमार जैना ने देश को सिल्वर मेडल दिलाया।
लेकिन एक समय ऐसा था कि किशोर इस इवेंट में नीरज से आगे हो गए थे। इसके बाद नीरज ने वापसी करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। नीरज ने 88.88 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता, जबकि किशोर ने 87.54 मीटर के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया। इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल जापान के डीन रॉडरिक गेंकी ने हासिल किया। पाकिस्तान के यासिर मोहम्मद चौथे स्थान पर रहे। नीरज ने इस सीजन का अपना बेस्ट थ्रो फेंका, जबकि किशोर का ये पर्सनल बेस्ट थ्रो था।
बता दें कि, नीरज ने जब अपना पहला थ्रो किया तो 87 मीटर का था, जो तकनीकी दिक्कतों के कारण रिकॉर्ड नहीं हो सका। जिसके बाद उसे रद्द करना पड़ा। उसके बाद खेल को करीब 15 मिनट तक रोका गया। नीरज काफी देर तक अधिकारियों से बात करते हुए भी दिखे थे। उसके बाद नीरज ने दोबारा थ्रो किया जो कि 82.38 मीटर का थ्रो किया जो कि पहले से काफी कम था। लेकिन उसके बाद फिर उन्होंने प्रयास किया जो कि थोड़ा बेहतर रहा। उन्होंने 84.49 मीटर का थ्रो किया।
चोपड़ा ने अपने तीसरे प्रयास में 84.49 मीटर का थ्रो किया जो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं हो पाया। चौथे प्रयास में उन्होंने 88.88 मीटर का थ्रो किया। वह फिर से टॉप पर पहुंचे ये उनका सीजन का बेस्ट था।
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एशिया कप सुपर-4 वेन्यू विवाद पर सुनील गावस्कर का बयान, कहा- 'खिलाड़ियों को भी सभी अहम पहलुओं को समझने की जरूरत'
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘‘किसी को सच्चाई पता करनी चाहिए। क्रिकेट के पहलू से ऐसा दिख रहा है कि शायद वो खिलाड़ी ही हैं जो हम्बनटोटा नहीं जाना चाहते थे।"
भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर चाहते हैं कि एशिया कप के ‘सुपर फोर’ मैच को कोलंबो से हटाकर हम्बनटोटा में नहीं कराने के पीछे की सच्चाई का पता लगाना चाहिए और उनका मानना है कि कभी कभार खिलाड़ियों को भी सभी अहम पहलुओं को समझने की जरूरत होती है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड एशिया कप की मेजबानी ‘हाइब्रिड मॉडल’ से कर रहा है जिसमें भारत अपने सभी मैच श्रीलंका में खेल रहा है क्योंकि उसने पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। कोलंबो में पूरे हफ्ते भारी बारिश की भविष्यवाणी की गयी है जिससे ऐसी चर्चा चल रही थी कि मैचों को कोलंबो से हटाकर हम्बनटोटा कराया जायेगा लेकिन एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने अपना मूल कार्यक्रम ही बरकरार रखा है।
गावस्कर ने ‘स्पोर्टस टुडे’ से कहा, ‘‘किसी को सच्चाई पता करनी चाहिए। क्रिकेट के पहलू से ऐसा दिख रहा है कि शायद वो खिलाड़ी ही हैं जो हम्बनटोटा नहीं जाना चाहते थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये प्रशासकों को यह जानते हुए भी कि कोलंबो में मौसम काफी खराब हो सकता है, अंतिम क्षण में बदलकर इसे हम्बनटोटा से कोलंबो में करना पड़ा। ’’ लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान ने स्पष्ट किया कि वह किसी एक विशेष देश के खिलाड़ियों पर ही ऊंगली नहीं उठा रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं खिलाड़ी कह रहा हूं तो मेरा मतलब किसी एक टीम के खिलाड़ी से नहीं है लेकिन सभी टीम के खिलाड़ियों से हैं जिन्हें वहां खेलना था। ’’ गावस्कर ने प्रशासकों से भी सहानुभूति जतायी क्योंकि उन्हें खेल प्रशंसकों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है जो खराब मौसम के कारण अपनी पसंदीदा टीम के बीच रोमांचक क्रिकेट नहीं देख पा रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासकों पर ऊंगली उठाना आसान है और उन्हें आसानी से बलि का बकरा बनाया जा सकता है। इसलिये यह पता लगाना वास्तव में महत्वपूर्ण है कि कोलंबो की मौसम भविष्यवाणी को जानते हुए भी हम्बनटोटा में मैच क्यों नहीं कराये गये। ’’ वह हालांकि खिलाड़ियों के मैचों के कार्यक्रम के बारे में अपनी राय रखने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन वह चाहते हैं कि जब कुछ अप्रत्याशित हालात हों जैसे खराब मौसम तो उन्हें भी इससे सामंजस्य बिठाना चाहिए।
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 सितंबर को होने वाले मुकाबले में भी बारिश खलल डाल सकती है जो दोनों टीमों के बीच दूसरा मुकाबला है और पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। गावस्कर ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से आप चाहते हो कि खिलाड़ी मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में रहे। जिम सुविधायें, अभ्यास सुविधायें अच्छी होनी चाहिए लेकिन कभी कभार ऐसी परिस्थितियों में हमें अहम चीज समझनी चाहिए और हम्बनटोटा में बारिश की संभावना काफी कम थी जबकि कोलंबो में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘और जब मैं प्रयोग की बात कहता हूं तो यह विश्व कप की तैयारी का मौका है। लेकिन मैं यह कतई नहीं कह रहा कि एशिया कप कम महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। हमें यह टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है।
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